आशीष चौरसिया बकस्वाहा || मंगलवार को बकस्वाहा जनपद पंचायत परिसर स्थित आजीविका मिशन के सभागार में अपर कलेक्टर मिलेन्द्र नागदेवे एबं एसडीएम की अध्यक्षता में जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें 140 शिकायतकर्ता शिविर में आवेदन लेकर पहुंचे, शिविर में अधिकांश शिकायतों का मौक़े पर ही तत्काल निराकरण किया गया। विशेष रूप से विकलांगों से जुड़ी शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई कर राहत प्रदान की गई।
बकस्वाहा में निर्धारित जिला स्तरीय जनसुनवाई में कलेक्टर पार्थ जैसवाल के कार्यक्रम में शामिल न हो पाने के कारण शिविर की कमान अपर कलेक्टर नागदेवे ने संभाली। वे सुबह 10:30 बजे से लेकर दोपहर बाद तक लगातार ग्रामीणों की समस्याएं सुनते रहे।शिविर में करीब 140 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें से अधिकांश का समाधान मौके पर ही कर दिया गया। वहीं, शेष मामलों को संबंधित विभागों को शीघ्र कार्रवाई के निर्देशों के साथ सौंपा गया।
शिकायतों के समाधान के लिए सक्रिय प्रशासन
ग्रामीणों ने देखा कि शिविर में अधिकारी केवल शिकायतें दर्ज नहीं कर रहे थे, बल्कि उनका समाधान सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम भी उठा रहे थे। लोगों की सुविधा के लिए विभागवार अलग-अलग स्टॉल लगाए गए, जिससे आवेदकों को सीधे अपने विभाग के अधिकारियों से संपर्क साधने का मौका मिला। शिविर में वृद्ध और विकलांगों के लिए ट्राइसाइकिल की व्यवस्था भी की गई। उक्त कार्यक्रम के दौरान दो विकलांगों को मौके पर ही साइकिल प्रदान की गई। सबसे भावुक क्षण तब आया जब अपर कलेक्टर मिलेन्द्र नागदेवे ने स्वयं विकलांगों को साइकिल पर बिठाकर रवाना किया। ग्रामीणों ने इस मानवीय पहल की खूब सराहना की।कार्यक्रम के दौरान ग्राम पंचायत गढ़ोई निवासी का एक विकलांग युवक लाठी टेकते हुए गिर पड़ा और वन विभाग से जुड़ी अपनी समस्या सुनाई। अपर कलेक्टर नागदेवे ने त्वरित मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को जांच और त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। यह दृश्य वहां मौके पर मौजूद हर शख्स के दिल को छू गया।अपर कलेक्टर मिलेन्द्र नागदेवे ने जानकारी देते हुए कहा कि जिला कलेक्टर पार्थ जैसवाल के निर्देशानुसार अब जिले के प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर जनसुनवाई शिविर आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि ग्रामीणों को जिला मुख्यालय तक परेशान होकर न जाना पड़े और उनकी समस्याओं का समाधान यहीं स्थानीय स्तर पर हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि इस शिविर में अपेक्षाकृत कम संख्या में शिकायतें लेकर ग्रामीण पहुंचे हैं, ऐसे शिविर नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे ताकि लोगों का भरोसा बढ़े और उनकी समस्याएं समय पर सुलझाई जा सकें।
शिविर में अपनी समस्या लेकर आए ग्रामीणों में रामनाथ, अशोक, आशावाई और आरती ने बताया कि इस बार भीड़भाड़ कम होने के कारण उन्हें सीधे अधिकारियों तक पहुंचने का मौका मिला हैं। अपर कलेक्टर साहब ने हमारी समस्याओं को गंभीरता से सुना और तत्काल निराकरण भी किया।इससे भरोसा जगा है कि वास्तव में अधिकारी जनता की परेशानियों को हल करना चाहते हैं।
इस जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर में एसडीएम, तहसीलदार, सीएमओ, सीईओ, बीईओ, वीआरसीसी, वीएमओ, एमपीईवी, महिला एवं बाल विकास, पुलिस, वन विभाग,विद्युत मंडल सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारी-कर्मचारी शिविर में मौजूद रहे और अपने-अपने स्तर पर शिकायतों का समाधान करते रहे।
Author: Parinda Post
सरहदें इंसानों के लिए होती हैं, परिंदा तो आज़ाद होता है !
