परिंदा~पोस्ट छतरपुर। जिले से करीब 15–20 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम कादरी के सदियों पुराने विंध्यवासिनी माता मंदिर परिसर के पास एक अनोखी घटना सामने आई है। स्थानीय निवासियों के अनुसार रातों-रात मंदिर के समीप अचानक लगभग 20 से 25 फीट गहरा कुआं प्रकट हो गया। आश्चर्य की बात यह है कि कुएं की भीतरी दीवारों में पुरानी ईंटों की परतें जमी हुई नजर आ रही हैं, जिससे यह घटना रहस्य का विषय बन गई है।
ग्रामीणों में आस्था और चमत्कार की चर्चा
स्थानीय लोग इसे माता की कृपा और आस्था का प्रतीक मान रहे हैं। ग्रामीणों का मानना है कि यह कुआं विंध्यवासिनी माता की कृपा का प्रतीक है। ग्रामीणों का कहना है कि इस कुएं के जल को पीने से कुछ लोगों ने अपने घुटनों का दर्द कम होने और बुखार ठीक होने जैसी अनुभूतियाँ साझा की हैं।बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन व जल ग्रहण करने पहुँच रहे हैं। हालांकि यह सब स्थानीय अनुभवों और मान्यताओं पर आधारित है, अभी तक इस मामले में प्रशासन या विशेषज्ञों की ओर से इसकी वैज्ञानिक जाँच नहीं हुई है। बहरहाल, यह घटना आस्था और परंपरा दोनों से जोड़ कर देखी जा रही हैं, लेकिन इसके बारे में आगे की जानकारी और पुष्टि सिर्फ़ जाँच और शोध से ही संभव होगी।
Author: Parinda Post
सरहदें इंसानों के लिए होती हैं, परिंदा तो आज़ाद होता है !

