परिंदा पोस्ट ईशानगर। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 26 मई को विशेष अभियान के तहत ईशानगर कस्बे के एक फर्जी क्लीनिक पर छापा मारकर झोलाछाप डॉक्टर जमील खान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए क्लीनिक को सील किया हैं। जांच के दौरान पाया गया कि झोलाछाप डॉक्टर बिना वैध दस्तावेज व डिग्री के मरीजों का इलाज कर रहा था। गुरुवार को ईशानगर थाने में उसके खिलाफ मध्य प्रदेश उपचार्य गृह अधिनियम व मध्य प्रदेश राज्य आयुर्विज्ञान परिषद अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई।
प्राप्त जानकारी अनुसार स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एसडीएम अखिल राठौर व तहसीलदार के निर्देश पर 26 मई को ईशानगर में फर्जी क्लीनिकों पर छापेमारी की। इस दौरान जमील खान को बिना डिग्री या पंजीकरण के एलोपैथी दवाएं व इंजेक्शन देकर इलाज करते पकड़ा गया। टीम ने बड़ी मात्रा में दवाएं व इंजेक्शन जब्त किए। बीएमओ डॉ. गिरीश साहू ने 27 मई को प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जिस पर 29 मई को एफआईआर दर्ज कर क्लीनिक सील कर दिया गया।
डॉ गिरीश साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि बिना दस्तावेज व डिग्री के इलाज करना जनस्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है, इसलिए एक विशेष अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा जिले भर में अभियान चला कर झोलाछाप डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई की जा रही हैं । थाना प्रभारी शैलेंद्र सक्सेना ने बताया कि कानूनी प्रक्रिया के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच जारी है। कार्रवाई के समय डॉ गिरीश साहू व थाना प्रभारी मौजूद रहे।
Author: Parinda Post
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