नरेंद्र दीक्षित बड़ामलहरा। बड़ामलहरा तहसील मुख्यालय से महज 8 किलोमीटर दूर ग्राम लखनवां का शासकीय माध्यमिक विद्यालय इन दिनों त्रिपाल के सहारे चल रहा है। 22 वर्ष पुरानी जर्जर स्कूल बिल्डिंग की छत से लगातार पानी टपकने के कारण छात्र व शिक्षक दोनों परेशान हैं।
वर्षात के मौसम में यहां की स्थिति और भी भयावह हो जाती है।स्कूल भवन की छत टपकने के साथ-साथ कमरों में लगे बिजली के बोर्डों से करंट फैलने का खतरा भी बना हुआ है, जिससे छात्रों के अभिभावक डरे और चिंतित हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए शिक्षकों ने छत पर त्रिपाल डलवाया, लेकिन पानी रिसना बंद नहीं हुआ।
89 छात्रों पर महज दो कमरे — वो भी जर्जर
विद्यालय में कक्षा 1 से 8वीं तक 89 छात्र पंजीबद्ध हैं, पर पूरे स्कूल परिसर में केवल दो कमरे हैं, जिनकी छतें लगातार टपक रही हैं। मजबूरी में छात्र व शिक्षक स्कूल के बाहर दालान में बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। गौरतलब हैं कि ग्राम के सरपंच प्रतिनिधि सत्येंद्र सिंह और विद्यालय प्रभारी प्रमोद कुमार अवस्थी ने खंड शिक्षा अधिकारी सहित संबंधित विभागीय अधिकारियों को कई बार स्कूल भवन की दुर्दशा से अवगत कराया हैं, इसके बावजूद प्रशासनिक तंत्र चुप्पी साधे हुए है,जिससे अब तक कोई स्थायी हल नहीं निकल सका।
Author: Parinda Post
सरहदें इंसानों के लिए होती हैं, परिंदा तो आज़ाद होता है !
