इंदौर। एमजीएम मेडिकल कालेज के अधीन अस्पतालों में मरीजों को आधुनिक सुविधाएं मिल रही हैं। यहां निजी अस्पतालों की तरह गरीब और जरूरतमंद मरीजों का इलाज हो रहा है। वहीं सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में मरीजों के लिए रोबोटिक सर्जरी शुरू करने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है।
1.निजी अस्पतालों में रोबोटिक सर्जरी करवाने का खर्च अधिक होता है।
2. इस कारण यहां गरीब और मध्यमवर्गीय लोग सर्जरी नहीं करवा पाते हैं
3. शासकीय अस्पताल में यह सुविधा शुरू होने से इस वर्ग को राहत मिलेगी।
4. साथ ही रोबोटिक सर्जरी का लाभ सभी वर्ग के लोगों को मिलने लगेगा।
5. बता दें कि एसएसएच में वर्तमान में जटिल आपरेशन किए जा रहे हैं।
6. इसके लिए यहां आधुनिक उपकरणों के साथ ही विशेषज्ञों की टीम मौजूद है।
इसके लिए 35 करोड़ रुपये का प्रस्ताव सरकार को भेज दिया गया है। इससे जटिल आपरेशन की सुविधा भी मरीजों को मिलने लगेगी। अभी तक यह सुविधा सिर्फ बड़े निजी अस्पतालों में ही मिलती है, लेकिन अब रोबोटिक सर्जरी करने वाला मध्य प्रदेश का पहला शासकीय अस्पताल एसएसएच बन जाएगा।
अस्पताल में रोबोटिक सर्जरी के लिए पहले से ही वार्ड तैयार किया जा चुका है। यह आम सर्जरी वार्ड से बड़ा होता है। इसके लिए डाक्टरों का भी चयन किया जा चुका है, जिन्हें रोबोटिक सर्जरी के लिए प्रशिक्षण दिलवाया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि यूरोलाजी, हेड एंड नेक कैंसर, गायनिक सर्जरी, जनरल सर्जरी आदि में इससे मरीजों को सुविधा मिलने लगेगी।
रोबोटिक सर्जरी……
-जब कभी कोई सर्जन लेप्रोस्कोप या अन्य किसी उपकरण का उपयोग अपने हाथों से करते हुए सर्जरी करता है, उस समय लंबे समय तक सर्जरी की प्रक्रिया चलने पर वह थक जाता है।
-ऐसे में मरीज की सर्जरी में जोखिम बढ़ जाता है। इसे कम करने के लिए एक मशीन ईजाद की गई, जिसे रोबोट कहा गया।
-यह बड़ी सर्जरी के लिए कारगर है। रोबोट के माध्यम से सर्जरी करने से सटीकता ज्यादा मिलती है।
-सर्जरी में समय कम लगने के कारण मरीज को एनेस्थिसिया भी कम समय के लिए देनी होगी।
-जानकारी के अनुसार ऐसे में मरीज को दर्द भी कम होगा और उपचार के पश्चात सुधार भी जल्द होगा।
-ओपन सर्जरी में विजन थ्री डी होता है। जबकि लेप्रोस्कोपिक सर्जरी में टू डी डायमेंशन होता है।
-रोबोटिक सर्जरी में भी थ्री डी विजन ही मिलता है। इससे सर्जरी कार्य जल्द पूर्ण हो पाता है।
शासकीय अस्पतालों में मरीजों का दबाव अधिक होने के कारण सर्जरी की प्रतीक्षा सूची बनी रहती है। ऐसे में ओपन सर्जरी की जगह रोबोटिक सर्जरी का चलन बढ़ने से सर्जरी की प्रतीक्षा सूची कम हो सकेगी। इस तकनीक के माध्यम से मरीज का आपरेशन जल्दी हो जाता है, वहीं जटिल आपरेशन भी इसके माध्यम से आसान प्रक्रिया में हो सकता है। बता दें कि रोबोटिक सर्जरी शुरू करने के लिए लंबे समय से कवायद की जा रही है।