प्रयागराज से परिवार के साथ पिकनिक मनाने आई थी, एक सप्ताह में दूसरी घटना, इससे पूर्व सेल्फी के चक्कर में गिरा था लखनऊ का युवक ।
रीवा । रीवा के प्रसिद्ध क्योटी जलप्रपात में एक महिला सेल्फी लेने के दौरान गहरे जलप्रपात में गिर गई। जानकारी के मुताबिक महिला किनारे में खड़े होकर सेल्फी ले रही थी। इसी दौरान उसका पैर फिसल गया और फिर उसे संभलने का मौका नहीं मिला। बताया गया कि महिला शुक्रवार को अपने पूरे परिवार के साथ प्रयागराज से आई थी। घटना के वक्त उसके पति और परिवार के अन्य लोग भी मौजूद थे। स्थानीय लोगों ने तत्काल घटना की सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। बताया गया कि महिला का नाम वर्तिका पटेल पति सौरभ पटेल उम्र 25 वर्ष है। जिसकी शादी 3 महीने पहले ही हुई थी। शुक्रवार को महिला परिवार के साथ पिकनिक मनाने आई थी। इसी दौरान हादसे का शिकार हो गई। जलप्रपात में गिरी महिला अभी तक नहीं मिल सकी है। जिसकी तलाश लगातार जारी है।
*सेल्फी के चक्कर में प्रपात में गिरने की सप्ताह में दूसरी घटना*
जिले के गढ़ थाना अंतर्गत क्योंटी जल प्रपात में सेल्फी के चक्कर में महिला के गिरने की घटना से पूर्व सेमरिया थाना अंतर्गत चचाई जल प्रपात में सेल्फी के चक्कर में एक युवक चचाई वाटरफॉल में गिर गया। जिसे कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित बाहर निकाला गया था, इस दौरान युवक डूबने से बाल-बाल बचा। जानकारी के मुताबिक सोमवार दोपहर उत्तर प्रदेश से 12 पर्यटक चचाई वाटरफॉल घूमने आए। उन्हीं में से एक युवक सचिन सिंह पिता सर्वेश सिंह उम्र 30 वर्ष सेल्फी लेने के दौरान अचानक चचाई वाटरफॉल में गिर गया, जिसकी सूचना स्थानीय लोगों ने तत्काल पुलिस को दी।
सूचना मिलते ही प्लाटून कमांडर विकध पाण्डेय और सहायक प्रभारी शम्भू पाण्डेय सहित 13 सदस्यों की टीम घटना स्थल के लिए रवाना हुई। टीम को घटनास्थल से युवक के साथियों द्वारा युवक के जीवित होने की सूचना मिली थी। कड़ी मशक्कत के बाद दोपहर 3 बजे युवक को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। पुलिस के मुताबिक सही समय पर सूचना मिलने से युवक को सकुशल बचा लिया गया था, वहीं इन दोनों घटनाओं से पूर्व क्योंटी जल प्रपात में एक युवक ने छलांग लगा दी थी। मौके पर मौजूद लोग पूरी घटना को देख दंग रह गए थे। घटना में युवक की मौत हो गई थी। जहां सर्चिग ऑपरेशन चलाकर गोताखोरों की मदद से गहरे जलप्रपात से युवक के शव को बाहर निकाला गया था।
इन्हीं घटनाओं की वजह से रीवा जिले के ऐतिहासिक जल प्रपात डेंजर प्वाइंट बन गए हैं। पूर्व में घटित हुई घटनाओं को संज्ञान लेते हुए तत्कालीन कलेक्टर डॉ इलैया राजा टी और तत्कालीन पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने जलप्रपातों का मुआयना कर यहां हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा के इंतजाम करने के निर्देश दिए थे। लेकिन जलप्रपातों में अब तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं। जिस वजह से इस तरह की दुर्घटनाएं देखने को मिल रही हैं।