पूर्व प्रिंसिपल को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने उठाए गंभीर सवाल
कोलकाता : सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को सुनवाई के दौरान आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष को लेकर भी कई सवाल उठाए। कोर्ट ने कहा कि यह बेहद डरावनी घटना है। प्रिंसिपल ने इस मामले को पहले सुसाइड बताने की कोशिश की। आखिर प्रिंसिपल कर क्या रहे थे? सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि आखिर इस मामले के बाद प्रिंसिपल की नियुक्ति दूसरी जगह कैसे कर दी गई?
भाजपा का सवाल- क्या ममता बनर्जी जिम्मेदारी उठाते हुए इस्तीफा देंगी?
आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में दुष्कर्म और हत्या की घटना को लेकर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा, ‘आज सुप्रीम कोर्टे के सामने जो सुनवाई हुई उससे एक बात स्पष्ट है कि ममता बनर्जी की सरकार बेटी को न्याय दिलाने के बजाय ‘सच दबाओ, सबूत मिटाओ और बलात्कारी बचाओ’ कर रही है। इस मामले को पहले आत्महत्या की शक्ल दी गई, परिजनों को शव नहीं दिया गया, घंटों तक इंतजार करवाया गया। वहीं राज्य सरकार का रोल इन सब चीजों को प्रमोट करने का रहा। 5000 गुंडे कॉलेज में घुस जाते हैं और वहां की पुलिस कुछ कर नहीं पाती। सवाल बनता है कि क्या ममता बनर्जी जिम्मेदारी उठाते हुए इस्तीफा देंगी? दुख की बात यह है कि ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ कि बड़ी-बड़ी बातें करने वाले कांग्रेस के बड़े नेता कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं।’
संदीप घोष से पूछताछ जारी
सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए नेशनल टास्क फोर्स गठित करने का आदेश दिया। इस टास्क फोर्स में एम्स के निदेशक को भी शामिल किया गया है। यह टास्क फोर्स देश में ड्यूटी पर डॉक्टर्स की सुरक्षा के संबंध में अपने सुझाव देगी। वहीं महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या मामले की चल रही जांच के सिलसिले में आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष आज भी लगातार पांचवें दिन सीबीआई कार्यालय पहुंचे।
कोलकाता मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रही है। चीफ जस्टिस की अध्यक्षता में तीन जजों की पीठ मामले पर सुनवाई कर रही है। सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने कहा कि ‘यह बहुत गंभीर मामला है। सोशल मीडिया पर पीड़िता की पहचान जाहिर की गई और कई जिम्मेदार लोगों ने भी पहचान उजागर की। हमें डॉक्टरों की सुरक्षा की चिंता है। ये मुद्दा डॉक्टर्स को सुरक्षित माहौल देने का है। ऐसे में डॉक्टर कैसे काम करें।’ मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि ‘प्रिंसिपल ने घटना को सुसाइड बताने की कोशिश की।’
संदीप घोष पर आर्थिक मामलों की जांच के लिए एसआईटी का गठन
सरकार ने आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल डॉ संदीप घोष के खिलाफ आर्थिक धांधली के मामलों की जांच के लिए विशेष जांच समिति (एसआइटी) का गठन किया है। इस एसआइटी में राज्य सरकार ने चार आइपीएस अधिकारियों को शामिल किया है, जिसका नेतृत्व आईजीपी डॉक्टर प्रणव कुमार करेंगे। इसके साथ ही इसमें मुर्शिदाबाद रेंज के डीआईजी वकार रेजा, सीआईडी की डीआईजी सोमा दास मित्रा व कोलकाता पुलिस के सेंट्रल डिविजन की उपायुक्त इंदिरा मुखर्जी को शामिल किया गया है। अधिसूचना के अनुसार एसआईटी जांच में सहयोग के लिए कोलकाता पुलिस व अन्य विभाग के अधिकारियों को भी इसमें शामिल कर सकती है। यह समिति अगले एक महीने के अंदर मामले की जांच कर सरकार को रिपोर्ट देगी।
कोलकाता पुलिस ने दर्ज किया संदीप घोष के खिलाफ केस
आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक महिला की हत्या एवं दुष्कर्म की घटना में सीबीआइ के रडार पर रहनेवाले आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के खिलाफ कोलकाता पुलिस ने भी एफआइआर दर्ज की है। लालबाजार सूत्रों का कहना है कि घटना के दिन दुष्कर्म की शिकार पीड़िता का नाम एवं पहचान सार्वजनिक करने के आरोप में उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है। इस मामले में पुलिस आगे की जांच कर रही है।