●मछुआरों ने ललकारा है जल पर अधिकार हमारा है : बृज बिहारी रैकवार..
●माझी रैकवार ढीमर समुदाय की सामूहिक रैली न्याय पदयात्रा 25 सितंबर से 27 सितंबर बड़ा मलहरा से छतरपुर..
@परिंदा:सुंदर रैकवार
छतरपुर: मध्य प्रदेश में माझी समाजके पर्याय भोई ढीमर मांझी केवट कर मलाह इत्यादि कोअनुसूचित जनजाति की भारत सरकार सूची क्रमांक 29के समक्षजोड़ने की मांग अब तेज हो गई हैमध्य प्रदेश की सभी विधानसभाओं मेंमाझी जनजाति संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वाधान मेंन्याय पदयात्रा का आयोजन किया जा रहा हैइस कड़ी में सर्वप्रथम छतरपुर जिले की बड़ा मलहरा से छतरपुर तकवंशानुगत मछुआरे सड़क पर निकाल कर सरकार से न्याय की मांग करेंगे ,वरिष्ठ पत्रकार और समाजसेवी बृज बिहारी रैकवार नेछतरपुर जिले की समाज से अपील कर जानकारी दी है।
माझी समाज की संवैधानिक अधिकारों के लिए न्याय पदयात्रा में आमंत्रण देने के लिए संगठन का एक प्रतिनिधि मंडल प्रतिदिन गांव-गांव में संपर्क कर जागरूक मोहिम चलाई हुए हैं।
आज निवारी, खोप, बारी ,गडीमल्हरा ,कालानी ,लुगसि ,देवपुर ,महेवा ,तौरान,रामपुर ,आदि गांव में सामाजिक लोगों को समझाइए देकर अमनआमंत्रित किया गया। दीनदयाल रैकवार निवाड़ी ने भी समाज के सभी साथियों से शामिल होने की अपील की। माझी के पर्याय ढीमर,भोई , के व ट ,कर बाथम इत्यादि1950 से ही अनुसूचित जनजाति क्रमांक 29 पर दर्ज है और मध्य प्रदेश सरकार कीजांच कमेटी द्वारा भी समाज का दावा सच पाया गया है।फिर भी सरकार के कथित अधिकारी समाज के युवाओं को माझी के समानांतर प्रमाण पत्र बनाने से इनकार करते हैं। वंशानुगत तालाबों पर भी सत्ताधारी दल के सामंती प्रवृत्ति भाजपा कार्यकर्ताओं ने कब्जा कर रखा है। सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए मध्य प्रदेश की सभी विधानसभाओं में न्याय पदयात्रा निकाली जा रही हैसर्वप्रथम छतरपुर जिले से बड़ा मलहरा विधानसभा से प्रारंभ होकर छतरपुर विधानसभा तकनिकल जा रही है। रैकवार माझी समाज के सभी युवा वृद्ध माता बहने सभी बड़ी संख्या में मिलकर इस आयोजन में शामिल होकर अपनी भविष्य की पीढ़ी के न्याय के लिए सड़कों पर उतरे।
माझी जनजाति संघर्ष समिति केजिला अध्यक्ष राम चरण रैकवार महामंत्री आनंद रैकवार संगठन मंत्री मोतीलाल रैकवार पवन रैकवार पप्पू रैकवार, माता दिन रैकवार ,के साथ प्रांतीय महासचिव सुंदरलाल रैकवार समेत अनेक समाज साथी आयोजन में लगातार सहयोग कर रहे हैं।